हेडमास्टर जी ने आपको आदेश दिया है की, आपको ६ महीने के लिए मुंबई तथा दिल्ली भेजा जा रहा है| तो आप में क्या बदलाव आ सकता है?
भेरुलाल
वहा
पर लोग कैसे होगे? मुंबई कैसे दीखता है?
मुझे
वहा पर काफी अच्छा लगेगा|
वहा
कुछ पालतू जानवर होगे?
दिल्ली
में बड़े-बड़े पहाड़ तथा जंगल देखने मिलेंगा
विकास
कुमार
हमने
मुंबई नहीं देखि है पर हम देखेंगे
वहा
कितनी ठण्ड होगी?
कितने
बड़े बाजार होंगे?
वहा
समुद्र में कितनी मछलिया होंगी?
उसे
पकड़ने की कोशिश करेंगे,
फिर
भी नहीं पकडे तो उसे पत्थर से मारेंगे
उसके
बाद ठन्डे पानी से स्नान करेंगे
फिर
भूख लगेगी तो तो पेट में चूहे दोडेंगे
तो
फिर हम होटल पर दोडेंगे और समोसा – कचोरी
खायेंगे
फिर
घर दोड़े आयेंगे और मम्मी को बोलेंगे
मजा
आया
मंजुला
हमें
कई प्रकार के लोग मिलेंगे
मुंबई-दिल्ली
में कई प्रकार की वस्तु दिखेंगी
कही
तो पानी भी नहरों में दिखेगा
वहा
पर लोग कई तरीके के भाषा बोलेगे
वहा
पर कक्षा में कैसी पढाई चलेगी?
सर
कैसे हमें जानेंगे और मारेंगे?
स्कूल
में कैसे विद्यार्थी रहेंगे?
कई
प्रकार के मकान मिलेंगे
सबके
साथ मिल-जुल कर रहेंगे
नरेन्द्र
कुमार
वहा
पढाई कैसे होती होगी?
साथ – साथ रहेंगे, खायेंगे, स्कूल से आयेंगे, क्रिकेट
खेलेंगे,
घूमेंगे, पिकनिक
जायेंगे,
टीवी देखेंगे, कंप्यूटर सिखाने जायेंगे, प्राथना करेंगे...........
अच्छे
नंबर से पास होंगे,
क्या
वहा के विद्यालय में मार तो नहीं पड़ेगी?
सोनिया
लोगोंसे
से अच्छा व्यवहार रखेंगे
मुम्बई
में बहुत अच्छा लगेगा
क्योंकि
बड़े-बड़े मकान होंगे, नदिया-तालाब
होंगे, कई प्रकार के पक्षी-जीवजन्तु होंगे
इन सब
को देखके बहुत अच्छा लगेगा
शिल्पा
मुंबई
के बारे में कुछ पता नहीं
रेणुका
लोग
कहेंगे की यहा पर बच्चे डूंगरपुर से ६ महीने के लिए पढने आये है
तो
लोग हमें धीरे-धीरे पहचानेंगे
वहा
पर पढाई अच्छी होगी
किताब
पढने नहीं आई तो सर मारेंगे
वहा
के बच्चे पढाई में होशियार होंगे
वहा
पर कई देश के बच्चे पढने आयेंगे
जिसमे
कई होशियार बच्चे होंगे जो प्रथम आयेंगे
ऋषिराज
हम एक
महीने के लिए मुंबई जायेंगे तो हमें अलग से लगेगा
हम
कोई बाते नहीं करेंगे
उनकी
भाषा हमें नहीं पता लगेगी
वहा
के लोगोंके के साथ हमारे यहाँ की बाते करेंगे
फिर
घर लोटेंगे तो हम वहा (मुंबई) की बाते करेंगे
नितेश
कुमार और प्रियदर्शिनी
वहा
घूमेंगे फिरेंगे, सब कुछ देखेंगे
घर से
पैसे ले जायेंगे, जो चीज अच्छी लगी उसे खरीद लेंगे
वहा
के हरे-भरे बगीचे, जानवर-पक्षी देखेंगे
वहा
रेल-गाडी चलती होंगी
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