Monday 9 September 2013

रिश्तो की समस्या और औरते......................


याद है मुझे मै चुरू में गई थी शादी में. एक ही घर में चार शादिया होनेवाली थी, उसमे दो भाई और दो बहनों की शादी थी| पहले दिन बहनों की शादी थी, और दुसरे दिन भाईयो की. लेकिन भाइयो की शादी देख नहीं पाए, क्योंकि औरते लड़की के घर नहीं जाते|

दुल्हन घर आने के बाद, उन दोनों को घर में बिठाया गया| उनका घुंघट ओठोसे भी निचे था| हर कोई झाककर देख रहे थे| उसे मुह-दिखाई कहते थे| इतना क्या छुपा था उस मुह में की छुपाके रखा गया था|

बहुत बार लड़की की शादी होती है, उसे तो लड़के के घर जाना होता है? मेरा सवाल यह है की लड़का क्यों नहीं जाता? लेकिन गया तो भी उसे घर-जमाई कहा जाता है| इसलिए यह होना संभव नहीं है| लेकिन कई घरोमे मैने देखा है की वो लडकिया १०-१० साल तक वे अपने मा-बाप के घर नहीं जाती थी, वे हमेशा अपने ससुराल के लोगो के साथ ही संपर्क में रहती है|

भारत देश में हर तरफ रीतिरिवाज अलग तरह के है| शादिया भी अलग-अलग जगह में अपने तरीके से होती है|  कोई शादिया अपने ही मामा के लड़के या लडकी साथ होती है तो कई शादिया ऐसी होती की अपने ही मामा के साथ कर देते है| इस तरह के रिश्ते सुनते ही मन में अलग विचार शुरू हो जाते है की ऐसा कैसा हो सकता है? लेकिन जो रीतीया बरसो से चली आ रही है उसे वे लोग कैसे नकार सकते है| उनके लिए तो बहुत सामन्य बात है|

इस तरह के रिश्तो में लोगो का विरोध उतना ही जोरदार होता है| जैसे की खाप पंचायत की बात करे तो एक ही गाव में लोगो ने शादी की और गाव के ही लोगो के विरोध दर्शाते हुए उनकी हत्या भी की|

मैंने अभी ही सुना था, की बाप ने अपने लडकी से शादी की और उन्हें अभी बच्चे भी है| तो इस तरह के रिश्तो को देखते हुए लगता है की रिश्ते नाम की चीज है ही नहीं, उन्हें तो समाज में शांति प्रस्थापित रहने के लिए बनाये है| हकीकत में तो इसके कोई मायने नही है| तो क्यों इतने रिश्तो में उलझो?

जब विरोध दर्शाने की बात आती है तो लगता है की सारी उलझन सेक्स को देखते हुए होती है जो लोगो के लिए इस तरह के रिश्तो में अपवित्र है| क्योंकि सेक्स तो उस ही व्यक्ति के साथ हो सकता है जो जिससे तुम शादी करते हो और उसके साथ पहले कोई भी रिश्ता ना हो| लेकीन जो रिश्ता है जैसे बाप-बेटी, लड़की-लड़की (दोस्त), मा-बेटा इत्यादी रिश्तो में यौवन सबंध हो ही नहीं सकता? तो इस तरह के रिश्ते बन जाते है तो उसे अपनाने के लिए तो कई सदियो का इन्तेजार करना पड़ेगा|



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