२६ जनवरी का दिन बच्चोंके लिए
काफी यादगार रहा| आज मैंने ६ से ७ के कक्षा में सारे बच्चोंको २६ जनवरी के बारे
में लिखने के लिए कहा| तो बच्चोने काफी बेहतरीन लिखा|
बच्चे लिखते है की, २६
जनवरी गणतंत्र दिवस कहलाता है| २६ जनवरी की सुबह अच्छी लगी| सुबह में अध्यापक आये
और उन्होंने माइक-स्पीकर लगाया| सबसे पहला झंडा लहराया और
कार्यकृम शुरू किया|
एक लड़का कहता है की, २६
जनवरी की तैयारी अध्यापकोंके माध्यम से जमकर तैयारी की जिसके लिए हम सब मिलकर
धन्यवाद देते है| हमारे नाटक की तैयारी भी ५ दिन पहले ही अध्यापक ने करायी| हमारे
स्कूल के लडकोने नाटक भी किया जिससे मुझे बहुत आनंद आया|
एक लड़की लिखती है की, २६
जनवरी के दिन ३ गाने प्रस्तुत किये गए थे, जिसमे ताल से ताल मिला, हम सब भारतीय है
और पियरियो प्यारो लगे मारी, यह तीन गाने मुझे काफी अच्छे लगे तो उस दिन से वे
मेरे फेवरेट बने है|
झंडा लहराता हुआ स्कूल में..................................... |
इस कार्यकृम में गाव के
सारे लोग पधारे थे और आंगनवाडी की सेविकाए भी पधारी थी| जिससे २६ जनवरी का माहौल
बना था| लड्कियोने गाने तथा डांस किया था| डांस करनेवाली कुछ लड्कियोने साड़ी पहनी
थी| एक लडके ने दारुडीये की भूमिका भी की थी|
एक विद्यार्थी लिखता है की,
नाटक देखने से लोगोंको काफी ख़ुशी हुई| हमारे प्रधानाध्यापक ने कुछ बाते स्कूल के
टॉयलेट के बारे में बताई और उसके साथ-साथ लोगोने भी कुछ बाते उससे जुड़कर कही की,
“विद्यालय के भवन में या टॉयलेट में कोई भी लोग गंदगी नहीं फैलाएगा” यह गाव वालोने
वादा किया और विद्यालय की परकोटे बनाने की बात भी बताई|
एक बच्चा जो गाने के लिए था
तो वो कहता है की, स्कूल में आने के बाद मेरा नाम बोला गया तो मैंने गाना गाया और मुझे
उस कार्यकृम में गट्टू (गाव के नागरिक) जी ने १० रुपये इनाम दिया|
कार्यकृम ख़त्म होने के बाद सारे
बच्चोंको मूंगफली बाटी गई| फिर सब लोग नौ दो ग्यारह हो गए और कक्षा ८ के बच्चे
क्रिकेट खेलने गए| अंत में शाम को झंडा उतारा गया|
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